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मिर्जापुर : वन विभाग के जमीन पर लहलहा रही तिल्ली की फसल

मिर्जापुर : वन विभाग के जमीन पर लहलहा रही तिल्ली की फसल

  •   जेपी पटेल
  •  2024-09-13 20:37:12
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मिर्जापुर : जिले के सैकड़ो बीघे वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर की जा रही है खेती, खेतों में लहलहाती है मौसमी फसलें, हर साल लाखों रुपए वृक्षारोपण पर खर्च कर वन विभाग करता है खानापूर्ति, पौधों और पेड़ों की जगह तिल की खड़ी फसल बढ़ा रही है वन विभाग की शोभा,वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से होती है अवैध खेती, खेती के मुनाफे से अवैध कब्जे दार विभाग को देते हैं उनका हिस्सा, पटेहरा रेंज, सिरसी में एक नहीं वन विभाग से सटे दर्जनों गांवों में है अवैध कब्जा कर की जा रही खेती

वन विभाग के जमीन पर लहलहा रही है तिल्ली की फसल, बेखौफ़ होकर जंगल काट कर किया जा रहा है खेती. विभाग देख कर भी अनजान बन रहा है.पूरा मामला मिर्जापुर वन विभाग के सिरसी रेंज कार्यालय के आपस स्थित दर्जनों गांवों का है.जंगल में को कब्जा कर ग्रामीणों का साम्राज्य फैलता जा रहा है. बेखौफ होकर ग्रामीण जंगल के बेशकीमती खैर, सागौन, बांस, आदि कई तरह के हरे पेड़ - पौधों को काटकर सैकड़ो बीघा जमीन पर खेती कर रहे है. रेंज कार्यालय के सटे गांव के जंगलों की सुरक्षा वनविभाग के अधिकारी/ कर्मचारी नहीं कर पा रहे है.जबकि जंगल से सटे गांव में वाचर भी नियुक्त किए गए है बावजूद इसके जंगल के जमीन पर तिल्ली जैसी फसल लहलहाती दिख रही है.जिससे यह स्पष्ट दिखता है कि वन विभाग अपने काम को लेकर कितना ईमानदार है. सरकार हर वर्ष जंगलों में पौधरोपण में लाखों रूपये खर्च कर पौधे लगवाती है और एक नया रिकार्ड बनता है पर कुछ दिन बाद रोपे गये पौधे उखाड़ दिए जाते है.पहले जंगलो में लगाए गये पौधों को जलावनी लकड़ी के नाम काटा जाता है .इसके बाद छोटी मोटी झाड़ियों को ट्रैक्टर से जोतकर खेती किया जाता है.रेंज कार्यालय के सटे गांव सिरसी, लेडुकी, गजरहा, राहकला, रामपुर अतरी, गढ़वा आदि व मड़िहान रेंज के पटेहरा कलां, सिकटही, कोटवा पाण्डेय आदि जंगलों में दर्जनों की संख्या में ट्रैक्टर पहुँचते हैं, धड़ल्ले से जंगल के पेड़ो को काटकर जोताई कर खेती करते है.

स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि वन विभाग के अधिकारियों के मिली भगत से खेती की जा रही है कुछ से पैसा लिया जाता है कुछ से खेती का आधा हिस्सा लिया जाता है.वाचर जो होते हैं सभी से वसूली कर पहुचाते हैं.यही कारण है की ट्रैक्टर संचालक धड़ल्ले से जंगल को काटकर जोताई कर रहे हैं.वन विभाग की जमीन पर लहलहाती फसल को लेकर जब डीएफओ अरविंद राज मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने लखनऊ में होने बात कही. मौके पर मिले सिरसी रेंज के गार्ड का कहना है कि वन विभाग और ग्रामीणों की जमीन सटकर है, मिला-जुला नंबर होने के कारण वह इसका फायदा उठाते हैं और जब हम लोग उनके पास जाते हैं तो वह कहते हैं की पैमाइश आप कराएं आपको जरूरत है मुझे इसकी जरूरत नहीं है और कभी पैमाइश नहीं हो पाती जिसके कारण उनका अवैध कब्जा बना हुआ है. ग्रामीणों द्वारा विभाग की मिलीभगत से खेती की जाती है से साफ इंकार कर रहे हैं .यह भी मानते हैं कि जंगल काटकर खेती करना अपराध है मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

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