मिर्जापुर : मिर्जापुर जनपद की बहू बनेगी दिल्ली की मुख्यमंत्री,मझवा विधानसभा क्षेत्र की रहने वाली है आतिशी, बीएचयू के पूर्व वाइस चांसलर प्रो पंजाब सिंह के इकलौते बेटे से हुई है शादी, आईआईटियन प्रवीण सिंह से 2004 में हुई थी शादी,सीएम बनने के एलान के बाद गांव में खुशी का माहौल.मझवा विधानसभा क्षेत्र के अंनतपुर गांव के रहने वाले हैं प्रवीण सिंह.
मझवां की बहू बनेगी दिल्ली की मुख्यमंत्री
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में आतिशी को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौपी गई है और आतिशी ने सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है. ऐसे में लोग जानना चाहते होंगे आतिशी कहां की रहने वाली है. ज्यादातर लोग दिल्ली के रहने वाली जानते होंगे मगर बहुत कम ही लोग जानते होंगे आतिशी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद की बहू है.आतिशी का ससुराल मिर्जापुर जिले के मझवा विधानसभा क्षेत्र के अंनतपुर गांव में है.ICAR के पूर्व अध्यक्ष और बीएचयू के वाइस चांसलर प्रो पंजाब सिंह के एकलौते बेटे आईआईटियन प्रवीण सिंह की पत्नी है. वर्ष 2004 में प्रवीण सिंह और आतिशी की शादी हुई थी.
आतिशी के पति का क्या है नाम
आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रहीं है.आतिशी के कौन है पति आप भी जानिए आतिशी के पति पंजाबी राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते है. आतिशी के पति का नाम प्रवीण सिंह है. प्रवीण एक रिसर्चर और एजुकेटर हैं. वह सद्भावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी जैसे संस्थानों के साथ जुड़ कर काम कर रहे हैं. प्रवीण सिंह दिल्ली आईआईटी से पढ़े हैं और फिर आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई की है. उन्होंने 8 साल तक कॉर्पोरेट सेक्टर में काम किया है. भारत और अमेरिका की कंसल्टेंसी फर्म्स में भी काम कर चुके हैं. इसके बाद सोशल सर्विस में उतर गए.कहा जाता है कि आतिशी के पति प्रवीण भी शुरू से आम आदमी पार्टी में जुड़े थे लेकिन बाद में प्रवीण ने चुपचाप लो प्रोफाइल में काम करना पसंद किया. प्रवीण इतना ज्यादा लो-प्रोफाइल रहते हैं कि उनकी एक भी फोटो आपको सोशल मीडिया पर नजर नहीं आएगी.
कौन है आतिशी के ससुर
कछवां के अनंतपुर गांव के रहने वाले प्रो. पंजाब सिंह आतिशी के ससुर है. बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो. पंजाब सिंह ने सहायक अध्यापक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी. कृषि शोध एवं शिक्षा विभाग के सचिव व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक के पद को भी रह चुके हैं. प्रो. पंजाब सिंह ने मिर्जापुर बीएचयू के दक्षिणी परिसर बरकछा की स्थापना कराया था.जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर बरकछा में 30 मई 2005 को पहली बार काशी हिदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पंजाब सिंह परिसर पहुंचे थे, वर्ष 2006 में भूमि पूजन किया उसी समय इसका नाम राजीव गांधी दक्षिणी परिसर रख दिया.2700 एकड़ में फैले परिसर में आज ग्रामीण क्षेत्र के छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं बाहर नही जाना पड़ रहा है.
Tag :Copyright © 2017 NewsaddaaclickAll Right Reserved.