मिर्जापुर : अडानी ग्रुप का मिर्जापुर में लगने जा रहे कोयला आधारित 1600 मेगावाट के पावर प्लांट को लेकर यूपीपीसीएल के अधिकारियों और अडानी पावर के अधिकारियों के बीच आज विद्युत आपूर्ति समझौते पर हस्ताक्षर किये गए हैं.
अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पावर लिमिटेड उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद के सदर तहसील के ददरी खुर्द गांव में यूपी का सबसे बड़ा कोयला आधारित थर्मल पावर स्थापित करने जा रहा है जिसको लेकर शुक्रवार को 1600 मेगावाट की कोयला आधारित विद्युत परियोजना के लिए यूपीपीसीएल के प्रमुख अधिकारियों और अडानी पावर के प्रमुख अधिकारियों के बीच विद्युत आपूर्ति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए है. अडानी पावर यूपी में करेगा 1500 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति देश की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर जनरेटर कंपनी अडानी पावर लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश को 1500 मेगावॉट (नेट) थर्मल पावर की आपूर्ति की बोली जीत ली है.अनुबंध के अनुसार, कंपनी ग्रीनफील्ड 2x800 मेगावाट (1500 मेगावाट) नए अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट से दी जाएगी, जिसकी स्थापना उत्तर प्रदेश में डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ओन और ऑपरेट (डीबीएफओओ) मॉडल के तहत की जाएगी. इस परियोजना के लिए बिजली की दर 5.383 रुपये प्रति यूनिट तय हुई है, जो काफी किफायती रहेगी है इससे 25 सालों में 2958 करोड़ रुपये की बचत होगी.नया ग्रीनफील्ड पावर प्लांट भी बनाया जाएगा.
अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी.मंजूरी मिलने के बाद अब कंपनी उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के साथ प्राप्त पत्र (एलओए) के तहत दीर्घकालिक बिजली आपूर्ति समझौता (पीएसए) साइन करेगी.अडानी पावर के सीईओ एस.बी. ख्यालिया ने बताया कि , हमें खुशी है कि हमने उत्तर प्रदेश को 1,500 मेगावॉट बिजली आपूर्ति के लिए यह प्रतिस्पर्धी बोली जीत ली है. राज्य में तेज़ी से बढ़ती बिजली की जरूरतों को पूरा करने में अग्रणी भूमिका निभाना हमारे लिए गर्व की बात है. हम उत्तर प्रदेश में एक आधुनिक और कम उत्सर्जन वाला अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल प्लांट स्थापित करने की योजना बना रहे हैं और वित्त वर्ष 2030 तक विश्वसनीय और उच्च गुणवत्ता वाली बिजली की आपूर्ति शुरू करने का लक्ष्य है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट में करीब 2 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा. निर्माण के दौरान इस प्रोजेक्ट से करीब 8,000 से 9,000 लोगों को रोजगार मिलेगा और संचालन शुरू होने पर लगभग 2,000 लोगों को स्थायी रोजगार मिलेगा. अडानी ग्रुप का यह प्लांट 1(डी) थर्मन पावर प्लांट और कैटगरी ए का है.कंपनी कुल 36519 हेक्टेयर भूमि का उपयोग कर इस प्लांट को तैयार करेगी.इस प्लांट के लिए अडानी ग्रुप को 18300 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे.इस प्लांट तक कोयला लाने के लिए रेलवे लाइन का भी निर्माण किया जाएगा. औद्योगिकीकरण, शहरीकरण और आधुनिकीकरण जैसे कारकों के कारण उत्तर प्रदेश में 2033-34 तक थर्मल पावर की मांग में करीब 11,000 मेगावॉट की बढ़ोतरी का अनुमान है. यह 1,500 मेगावाट का आदेश राज्य सरकार की भविष्य की बिजली जरूरतों को पूरा करने की योजना का हिस्सा है.अडानी पावर द्वारा पिछले एक साल में जीता गया यह दूसरा बड़ा बिजली आपूर्ति समझौता है. इससे पहले सितंबर 2024 में कंपनी को महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) से 6600 मेगावॉट (1600 मेगावॉट थर्मल + 5000 मेगावॉट सोलर) का आदेश मिला था. जिसे बाद में पीएसए में बदला गया है.
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